सप्त श्री का चमत्कारी प्रयोग
Article courtesy: GURUTVA JYOTISH Monthly E-Magazine November-2018
लेख सौजन्य: गुरुत्व ज्योतिष मासिक ई-पत्रिका (नवम्बर-2018)
दीपावली के दिन बही-खाते के पूजन के समय बही-खाते में उपरोक्त क्रममें लाल रंग की कलम य पेन से श्री लिखे। पहले एक बार श्री लिखे, फिर दो बार श्री श्री लिखे, फिर तीन बार श्री श्री श्री, इस प्रकार क्रम को बढाते जाए आखीर में सात बार श्री श्री श्री श्री श्री श्री श्री लिखे, सप्तश्री के नीचे अपने ईष्ट का नाम लिखे या ॐ श्रीं लक्ष्मी दैव्ये नमः लिखे। फिर धुप-दीप, पुष्प आदि से उसका पूजन करें।
उक्त प्रयोग करने से आनेवाला नया वर्ष व्यवसाय में आर्थिक द्रष्टि से सुख, समृद्धि लेकर आयेगा और अत्याधिक लाभदायक रहेगा।
जिन लोगो के पास लक्ष्मी (धन) स्थिर नहीं रहता। लक्ष्मी आने से पूर्व जाने को तत्पर होती हैं। उन्हें अपनी जेब में या मनीपर्स में एक स्फेद कागज पर उपरोक्त तरीके से श्री लिख कर रखना चाहिए। सप्त श्री लिखने से लक्ष्मी लम्बे समय तक स्थिर रहने के योग बनते हैं वह नये स्रोत से धन लाभ के भी प्रबल योग बनते हैं। (अष्टगंध की स्याही बनाकर अनार की कलम से लिखना अति उत्तम रहता हैं।)
· उक्त तरीके से सप्त श्री को अपनी अलमारी, गल्ला (कैश बोक्श) या धन रखने के स्थान पर कुमकुम या अष्टगंध से अपने दाहीने हाथ की अनामिका उंगली से लिखने पर भी यह अत्याधिक लाभप्रद रहता हैं।
· उक्त तरीके से सप्त श्री को चांदि या सोने के पत्तर पर यंत्र स्वरुप भी बनाया सकता हैं। तांबे चांदी के पत्तर में बनाते समय ध्यान रखे की पत्तर की सतह पर श्री उपर की ओर उभरी हुई हो, नीचे की ओर खुदी हुई न हों।
GURUTVA JYOTISH E-MAGAZINE NOVEMBER-2018
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Article courtesy: GURUTVA JYOTISH Monthly E-Magazine November-2018
लेख सौजन्य: गुरुत्व ज्योतिष मासिक ई-पत्रिका (नवम्बर-2018)
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