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शनिवार, सितंबर 28, 2019

29 सितम्बर 2019 आश्विन नवरात्रि घट स्थापना मुहूर्त, विधि-विधान

29 September Navratri Ghatasthapana Shubh Muhurat Vidhi-Vidhan
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा अर्थात नवरात्री का पहला दिन। इसी दिन से ही आश्विनी नवरात्र का प्रारंभ होता हैं। जो अश्विन शुक्ल नवमी को समाप्त होते हैंइन नौ दिनों देवि दुर्गा की विशेष आराधना करने का विधान हमारे शास्त्रो में बताया गया हैं।  By GURUTVA JYOTISH
घटस्थापना हेतु शुभ मुहूर्त 29 सितम्बर 2019, रविवार के दिन सुबह 06:13 से 07:40 तक (अवधि 01 घण्टा 27 मिनटहस्त नक्षत्रब्रह्म योगकरण किंस्तुघ्न एवं द्वि-स्वभाव कन्या लग्न रहेगा।  By GURUTVA JYOTISH
Article courtesy: GURUTVA JYOTISH Monthly E-Magazine OCT-2019 Vol 1
लेख सौजन्यगुरुत्व ज्योतिष मासिक ई-पत्रिका (अक्टूबर-2019 | अंक 1) 
इस लिए घट स्थापना सुबह 06:13 से 07:40 तक में करना शुभ रहेगा।  By GURUTVA JYOTISH
पारंपरिक पद्धति के अनुशास नवरात्रि के पहले दिन घट अर्थात कलश की स्थापना करने का विधान हैं। इस कलश में ज्वारे(अर्थात जौ और गेहूं ) बोया जाता है।  By GURUTVA JYOTISH
GURUTVA JYOTISH OCT-2019 Vol 1
घट स्थापनकी शास्त्रोक्त विधि इस प्रकार हैं।  By GURUTVA JYOTISH


घट स्थापना आश्विन प्रतिपदा के दिन कि जाती हैं।
घट स्थापना हेतु सबसे शुभ अभिजित मुहुर्त माना गया हैं। जो 29 सितम्बर 2019 को दोपहर 11:48 से दोपहर 12:35 बजे के बीच है।   By GURUTVA JYOTISH
इस वर्ष प्रतिपदा तिथि प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ - 28 सितम्बर 2019 को रात 11:56 से  29 सितम्बर 2019 को रात 08:14  बजे तक रहेगी जिस कारण घटस्थापना हेतु 29 सितम्बर 2019 के शुभ मुहूर्त उत्तम रहेंगे।  By GURUTVA JYOTISH
घट स्थापना के अन्य शुभ मुहूर्त सुबह 07:45 से सुबह 09:14 तक चर (चंचलचौघडियासुबह 09:14 से दिन 10:42 तक लाभ चौघडियादिन 10:42 से दोपहर 12:11 तक अमृत चौघडियाअभिजित मुहुर्त दोपहर 11:48 से दोपहर 12:35 बजे तकदोपहर 01:41 से 03:09 तक शुभ चौघड़िया मुहूर्त रहेगा।  By GURUTVA JYOTISH
 कुछ जानकार विद्वानो का मत हैं की नवरात्र स्वयं अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहुर्त होने के कारण इस तिथि में व्याप्त समस्त दोष स्वतः नष्ट हो जाते हैं इस लिए घट स्थापना प्रतिपदा के दिन किसी भी समय कर सकते हैं।
यदि ऎसे योग बन रहे होतो घट स्थापना दोपहर में अभिजित मुहूर्त या अन्य शुभ मुहूर्त में करना उत्तम रहता हैं।
कलश स्थापना हेतु अन्य शुभ मुहूर्त
v चर (चंचलचौघडिया सुबह 07:45 से सुबह 09:14 तक
v लाभ चौघडिया सुबह 09:14 से दिन 10:42 तक ,
v अमृत चौघडिया दिन 10:42 से दोपहर 12:11 तक,
v अभिजित मुहुर्त दोपहर 11:48 से दोपहर 12:35 बजे तक,
v शुभ चौघड़िया दोपहर 01:41 से 03:09 तक के मुहूर्त घट स्थापना का श्रेष्ठ मुहूर्त रहेंगे।
घट स्थापना हेतु सर्वप्रथम स्नान इत्यादि के पश्चयात गाय के गोबर से पूजा स्थल का लेपन करना चाहिए। घट स्थापना हेतु शुद्ध मिट्टी से वेदी का निर्माण करना चाहिएफिर उसमें जौ और गेहूं बोएं तथा उस पर अपनी इच्छा के अनुसार मिट्टीतांबेचांदी या सोने का कलश स्थापित करना चाहिए।  By GURUTVA JYOTISH
यदि पूर्ण विधि-विधान से घट स्थापना करना हो तो पंचांग पूजन (अर्थात गणेश-अंबिकावरुणषोडशमातृकासप्तघृतमातृकानवग्रह आदि देवों का पूजन) तथा पुण्याहवाचन (मंत्रोंच्चार) विद्वा ब्राह्मण द्वारा कराएं अथवा अमर्थता होतो स्वयं करें।  By GURUTVA JYOTISH
पश्चयात देवी की मूर्ति स्थापित करें तथा देवी
प्रतिमाका षोडशोपचारपूर्वक पूजन करें। इसके बाद श्रीदुर्गासप्तशती का संपुट अथवा साधारण पाठ करना चाहिए। पाठ की पूर्णाहुति के दिन दशांश हवन अथवा दशांश पाठ करना चाहिए।  By GURUTVA JYOTISH
घट स्थापना के साथ दीपक की स्थापना भी की जाती है। पूजा के समय घी का दीपक जलाएं तथा
उसका गंधचावल पुष्प से पूजन करना चाहिए।

पूजन के समय इस मंत्र का जप करें-  By GURUTVA JYOTISH

भो दीप ब्रह्मरूपस्त्वं ह्यन्धकारनिवारक।
इमां मया कृतां पूजां गृह्णंस्तेज: प्रवर्धय।। 

 By GURUTVA JYOTISH
नोट: उपरोक्त वर्णित मुहूर्त को सूर्योदय कालिन तिथि या समय का निरधारण नई दिल्ली के अक्षांश रेखांश के अनुशार आधुनिक पद्धति से किया गया हैं। इस विषय में विभिन्न मत एवं सूर्योदय ज्ञात करने का तरीका भिन्न होने के कारण सूर्योदय समय का निरधारण भिन्न हो सकता हैं। सूर्योदय समय का निरधारण स्थानिय सूर्योदय के अनुशार हि करना उचित होगा।
इस लिए किसी भी मुहूर्त का चयन करने से पूर्व किसी विद्वान व जानकार से इस विषय में सलाह विमर्श करना उचित रहेगा।  By GURUTVA JYOTISH
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Article courtesy: GURUTVA JYOTISH Monthly E-Magazine OCT-2019 Vol 1
लेख सौजन्यगुरुत्व ज्योतिष मासिक ई-पत्रिका (अक्टूबर-2019 | अंक 1) 



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