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श्रीकृष्ण की फोटो से समयाओं का समाधान भाग:1
जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण के नाम का स्मरण,चिंतन अनंत पापों का नाश करने वाला हैं।
सकृन्मनः कृष्णापदारविन्दयोर्निवेशितं तद्गुणरागि यैरिह।
न ते यमं पाशभृतश्च तद्भटान् स्वप्नेऽपि पश्यन्ति हि चीर्णनिष्कृताः॥
न ते यमं पाशभृतश्च तद्भटान् स्वप्नेऽपि पश्यन्ति हि चीर्णनिष्कृताः॥
भावार्थ: जो मनुष्य केवल एक बार श्रीकृष्ण के गुणों में प्रेम करने वाले अपने चित्त को श्रीकृष्ण के चरण कमलों में लगा देते हैं, वे पापों से छूट जाते हैं, फिर उन्हें पाश हाथ में लिए हुए यमदूतों के दर्शन स्वप्न में भी नहीं हो सकते।
अविस्मृतिः कृष्णपदारविन्दयोः क्षिणोत्यभद्रणि शमं तनोति च।
सत्वस्य शुद्धिं परमात्मभक्तिं ज्ञानं च विज्ञानविरागयुक्तम्॥
सत्वस्य शुद्धिं परमात्मभक्तिं ज्ञानं च विज्ञानविरागयुक्तम्॥
भावार्थ: श्रीकृष्ण के चरण कमलों का स्मरण सदा बना रहे तो उसी से पापों का नाश, कल्याण की प्राप्ति, अन्तः करण की शुद्धि, परमात्मा की भक्ति और वैराग्ययुक्त ज्ञान-विज्ञान की प्राप्ति अपने आप ही हो जाती हैं।
विद्वानो के मत से जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण के नाम का स्मरण करने मात्र से अनंत कोटी पापों का नाश होता हैं उसी प्रकार से भगवान श्री कृष्ण के दर्शन मात्र से मनुष्य के विभिन्न ताप-पाप का नाश होता हैं व उसके विभिन्न
स्वरुप में दर्शन करने से विभिन्न मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
धर्मशास्त्रो में भगवान श्रीकृष्ण के हर स्वरूप का वर्णन अति सुन्दर व शूक्ष्मता से किया गया है। विद्वानो के मत से भगवान श्रीकृष्ण के किसी भी स्वरूप के दर्शन से भक्तको सकारात्मक उर्जा प्राप्त होती है।
वास्तुशास्त्रीयों के मत से भी अपने भवन व व्यवसायीक स्थान पर श्री कृष्ण का चित्र लगाना अति शुभदायक माना गया हैं।
- उत्तम संतान सुख की कामना की पूर्ति हेतु श्रीकृष्ण के बालस्वरूप का चित्र शयनकक्ष में लगाना शुभ फलदायक होता हैं। (कृष्ण का फोटो स्त्री के सम्मुख लगाएं।)
- पति-पत्नी में परस्पर प्रेम बढाने हेतु राधा-कृष्ण की प्रसन्न तस्वीर शयनकक्ष में लगाना शुभ फलदायक होता हैं।
- यदि परिवार में बार-बार एक के बाद एक विभिन्न तरह की समस्याएं आरही हों, तो वसुदेवजी द्वारा टोकरी में श्रीकृष्ण को लेकर नदी पार करने वाती तस्वीर लगाने से घर से कई तरह की समस्या दूर होने लगती है।
- श्रीकृष्ण द्वार गोवर्धन पर्वत को उठाने वाली तस्वीर लगाने से विभिन्न समस्याओं से लडने की प्रेरणा प्राप्त होती हैं व समस्याएं शीघ्र दूर होती हैं।
- भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला वाली तस्वीर को भवन में पूर्व दिशा की और लगाने से परिवार के सदस्यो में निस्वार्थ प्रेम बढता हैं।
- नोट: धर्मशास्त्रो के जानकारो के मत से अपने शयन कक्ष में पूजा स्थल रखना या अन्य देवी-देवताओं की तस्वीर लगाना वर्जित हैं। लेकिन राधा-कृष्ण का चित्र लगाया जासकता हैं।
क्रमशः.....
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