गृह प्रवेश एवं वास्तु भाग:१
गृहारम्भ और गृह प्रवेश करते समय अपने कुलदेवता, ईष्ट देवता, गणेश, क्षेत्रपाल, वास्तुदेवता और दिक्पतिकी विधिवत् पूजा करनी चहिये ।
विद्वान ब्राह्मण, घर बनाने वाले कारीगर, द्विज और शिल्पी को धन, वस्त्र और अलंकार भेट स्वरुप देकर उन्हे विधिवत् सन्तुष्ट करने से घरमें सदा सुख शांति एवं समृद्धि बनी रहती हैं ।
जिस भवन मे गृहारम्भ या गृहप्रवेश करते समय वास्तुपूजा करता हैं, उस भवन में सर्वदा आरोग्य, पुत्र, धन और धान्य से परिपूर्ण एवं सुखी होता हैं ।
जिस भवन मे बिना वास्तु पूजा कराके गृहारम्भ और गृह प्रवेश होता हैं उस भवन में रहने वाले व्यक्ति नाना प्रकारके रोग, क्लेश और संकटो से संम्मुखिन होते हैं ।
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