गृह प्रवेश एवं वास्तु (भाग:४)
मास कि तिथि एवं गृह प्रवेश
द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षठी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी एवं पूर्णिमा - इन तिथियों में गृह प्रवेश करने से शुभ फल प्राप्त होता हैं।
प्रतिपदा को गृह प्रवेश करने से घर में दरिद्रता आति हैं।
चतुर्थी को गृह प्रवेश करने से धन का नाश होता हैं।
अष्टमी को गृह प्रवेश करने से उच्चाटन होता हैं।
नवमी को गृह प्रवेश करने से धन-धान्य का नाश होकर अस्त्र शस्त्र से आघात होने कि संभावना अधिक होती हैं।
चतुर्दशी को गृह प्रवेश करने से संतान एवं घर में स्त्री वर्ग का नाश होता हैं।
अमावस्या को गृह प्रवेश करने से सरकार से परेशानी प्राप्त होती हैं।
साप्ताहिक वार एवं गृह प्रवेश
सोम, बुध, गुरु, शुक्र एवं शनि इन वारों मे गृह प्रवेश करने से उत्तम फल कि प्राप्ति होती हैं ।
रविवार और मंगलवार को गृह प्रवेश या भूमि खोदनेका कार्य करने से अनिष्ट होने कि संभावना अधिक होती हैं।
गृहारम्भके समय कठोर वचन बोलना, थूकना और छींकना अशुभ है ।
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