SOMAVAR VRAT SE BHOUTIK KASHT DUR HOTE HAI
श्रावण मास के सोमवार व्रत से भौतिक कष्ट दूर होते हैं ।
श्रावण मास इस साल 27 जुलाई से 24 अगस्त के बीच रहेगा। इस दौरान 2 अगस्त , 9 अगस्त , 16 अगस्त , 23 अगस्त को चार सोमवार श्रावण मास में पड़ रहे हैं। कहिं प्रदेशो में 27 जुलाई से श्रावण मास प्रारंभ होने से 5 सोमवार होरहे हैं। श्रावण मास के समस्त सोमवारों के दिन व्रत करने से पूरे साल भर के सोमवार के व्रत समान पुण्य फल मिलता हैं। सोमवार के व्रत के दिन प्रातःकाल ही स्नान इत्यादि से निवृत्त होकर, शिव मंदिर, देवालय घरमें जाकर शिव लिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, श्वेत चंदन, रोली(कुमकुम), बिल्व पत्र(बेल पत्र), भांग, धतूरा आदि सें अभिषेक किया जाता हैं।
• पति कि लंबी आयु कि कामना हेतु सुहागन स्त्रिय को सोमवार के दिन व्रत रखने से शिव कृपा से अखंड सौभाग्य कि प्राप्ति होती हैं।
• बच्चो को सोमवार का व्रत कर शिव मंदिर में जलाभिषेक करने से विद्या और बुद्धि की प्राप्ति होती हैं।
• रोजगार प्राप्ति हेतु दूध एवं जल चढाने से रोजगार प्राप्ति कि संभावना बढ जाती हैं।
• व्यापारी एवं नौकरी करने वाले व्यक्ति यदि श्रावण मास के सोमवार का व्रत करने से धन-धान्य और लक्ष्मी की वृद्धि होती हैं।
व्रत के दिन गंगाजल से स्नान कर अथवा जल में थोडा गंगा जल मिला कर स्नान करने के पश्चयात शिव लिंग पर जल चढ़ाया जाता हैं। आज भी उत्तर एवं पूर्व भारत में कांवड़ परम्परा का विशेष महत्व हैं। श्रद्धालु गंगाजल अथवा पवित्र नदि सें कावड़ में जल भरकर तीर्थ स्थल तक कांवड़ लेकर जाते हैं। इसका उद्देश्य शिवजीकी कृपा प्राप्त करना हैं।
आज के भौतिकतावादि युग में व्यक्ति अधिक से अधिक भौतिक सुख साधनो को जुटाते हुए कभी-कभी व्यक्ति नैतिकता का दामन छोड कर अनैतिकता का दामन थाम लेता हैं जिस के फल स्वरुप अपने प्रतिकूल कर्मो के कारण व्यक्ति को भविष्य में अनेक समस्याओं से ग्रसित होते देखा गया हैं।
व्यक्ति द्वारा किये गये प्रतिकूल कर्मो के बंधन से मुक्त कराने कि समर्थता भगवान भोले भंडारी शिव कि कृपा प्राप्ति से व्यक्ति के द्वारा संचित पाप नष्ट हो जाते हैं।
Ati sundar
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