in vastu shastra Architectural defects are increasing illegal relationship, vastu defects are increasing illegal relationship, home structure defects are increasing illegal relationship, Vastu Dosh increasing illegal relationship, Vastu dosh se badhate he Anaitika sambandha, vastu dosh vyakti ko vyabhicari banata hai, अनैतिक संबंध घर में वस्तु दोष से बनते हैं, वास्तु दोष व्यक्ति को व्यभिचारी बनाता हैं।
वास्तु दोष से बढते हैं अवैध संबंधों
लेख साभार: गुरुत्व ज्योतिष पत्रिका (दिसम्बर-2010)
दांपत्य जीवन में यदि हर दिन झगड़े हो तो इसका कारण सिर्फ आपसी मतभेद ही नहीं वास्तु दोष भी हो सकता हैं।
• भवन के नैऋत्य कोण(पश्चिम-दक्षिण) अथवा वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) के निर्माण में यदि दोष हो, तो पति-पत्नी के संबंध अन्य स्त्री-पुरुष होने कि संभावनाएं बढाता हैं और व्यक्ति एक से अधिक अवैध संबंध बनाने के लिये प्रयास रत रहता हैं। जिस्से परिवार में लड़ाई-झगड़े होते हैं। यदि उचित परामर्श प्राप्त कर इन दोषों को दूर कर दिया जाए तो पति-पत्नी के अन्य महिलाओं से संबंध सवतः हि समाप्त हो जाते हैं।
• नव विवाहित दम्पत्ति के भवन के वायव्य कोण(उत्तर-पश्चिम) के कमरे में सोने से दांपत्य जीवन में नीरसता आती हैं जिस्से पति-पत्नी के संबंध अन्य स्त्री-पुरुष से अवैध संबंध हो सकते हैं।
• किशोर उम्र के बच्चो का कमरा भवन के वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में होने से बच्चे कच्चि उम्र में प्रेम चक्कर इत्यादि के मोह में बंध जाने की संभावनाएं बनती हैं एवं बच्चे एक से अधिक संपर्क रखने का प्रयास भी कर सकते हैं। वायव्य कोण में अत्याधिक नकारात्मक प्रभाव होने पर बच्चे घर से भाग जाना या भाग कर विवाह करने कि संभावनाएं बनी रहती हैं।
• भवन के आग्नेय कोण में दम्पत्ति का बेड रुम हो, तो दोनो का गुस्सा सातवें आसमान पर रहता हैं जिस्से दोनो के बिच में आपसी ताल-मेल का अभाव रहता हैं। इससे मानसिक अशांति रहती हैं।
• भवन के दक्षिण में मुख्य द्वार हो और पश्चिम कि रसोई हो तो उस घर में आपसी मतभेद रहते हैं।
ईशान में रसोई एवं शौचालय हों तो गृह क्लेश रहेगा।
• आईने में सोते समय दंपत्ति का बेड या शरीर दिखता हो, तो दोनो के बिच में किसी का या दोनो का किसी अन्य से अवैध बनने कि संभावनाएं बढजाती हैं।
वास्तु अनुसार कुछ उपाय कर पति-पत्नी के बीच हर दिन होने वाले झगड़े दूर किए जा सकते हैं।
नोट:- केवल विवाह योग्य बच्चो का कमरा हि वायव्य कोण में रखना उचित रहता हैं किशोर उम्र के बच्चो का कमरा वायव्य कोण में उपयुक्त नहीं होता हैं।
यदि आपके घर में एसी स्थितीयां बन रही हैं तो उस्से डरने के बजाय उसके निवारण के उपाय करने चाहिये। अवैध संबंध बनने के और भी बहोत सारे कारण हो सकते हैं। दंपत्ति का कमरा वायव्य कोण में होने का मतलब यह नहीं हैं कि दोनो या दोनो में से एक व्यभिचारी हैं किसी विशेष परिस्थिती के कारण यदि ऎसा नहीं हैं तो ऎसा होने की संभावना बन सकती हैं। इस लिये अग्रीम जानकारी प्राप्त कर सचेत रहना उचित होता हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें