शीघ्र मनोनुकूल पति-पत्नी प्राप्ति के उपाय
लेख साभार: गुरुत्व ज्योतिष पत्रिका (दिसम्बर-2010)
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ज्यादातर कन्या और उसके माता-पिता को यह चिंता सताती रहती हैं। बेटी-बेटे का विवाह जल्द से जल्द योग्य पात्र से कैसे हो जायें। और विवाह के पश्चयात बेटी-बेटे का ससुराल और पति-पत्नी कैसी होगी। यह सब हर माता-पिता के मन-मष्तिष्क मे साधारण से उठने वाले प्रश्न हैं? इस प्रकार कि परेशानी दूर करने के लिये और योग्य समय पर उत्तम विवाह के लिए कौनसा उपाय करने से लाभ प्राप्त होता हैं।
• विवाह योग्य लडकी सोमवार को पान एवं सुपारी से शिवलिंग का पूजन करें एवं जल चढ़ाने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
• कन्या के गुरुवार का व्रत करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
• सोने की अंगूठी में निर्दोष पुखराज रत्न लड़के के दाएं हाथ में धारण कराएं एवं लड़कि के बाएं हाथ में धारण कराने से विवाह योग शीघ्र बनते हैं।
• कन्या को शिव-पार्वती का नियमीत पूजन करना चाहिये।
• कन्या द्वारा प्रति गुरुवार गाय को चने की दाल खिलाने से विवाह बाधाएं दूर होती हैं।
• कन्या द्वारा भगवान नारायण कि उपासना से लाभ होता हैं।
• नहाने का पानी में सोने का टूकडा डालकर रखें फिर उस जल से स्नान करने कन्या का विवाह शीघ्र हो जाता हैं।
• पानी में एक चूटकी हल्दी मिलाकर स्नान करने से विवाह शीघ्र हो जाता हैं।
• भोजन में केसर का सेवन करने से शीघ्र विवाह होने के योग बनते हैं।
• गुरुवार को किसी गरीब को, ब्राह्मण को या किसी सुहागिन स्त्री को गुरु ग्रह से संबंधित सामग्री दान में देने से कन्या का विवाह शीघ्र हो जाता हैं।
• 27 गुरुवार तक निरंतर देवी मंदिर में गाय के घी का ……………..>>
अन्य अनुभूत प्रयोग
प्रयोग 1
बृहस्पति के वेदोक्त मंत्र का 76000 जप और 7600 मंत्र से दशांश हवन ……………..>>
प्रयोग 2
किसी भी गुरुवार कि रात्रि में स्नानादि से निवृत होकर एक बाजोट पर प्राण-प्रतिष्ठित विवाह बाधा निवारण विग्रह स्थापित कर विग्रह पर द्रष्टी रखकर स्फटिक माला ……………..>>
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प्रयोग 3
विवाह में आने वाली रुकावटो को दूर करने के लिये एक पीले रेशमी रुमाल में तीन कोनो में साबूत हल्दी ……………..>>
नियम:
• किसी भी उपाय को करते समय, व्यक्ति के मन में यही विचार होना चाहिए, कि वह जो भी उपाय कर रहा हैं उसे करने से वह ईश्वरीय कृपा से अवश्य ही शुभ फल प्राप्त होगा।
• सभी उपाय पूर्णत: सात्विक हैं तथा इसे करने से किसी के प्रतिकूल परिणाम प्राप्त नहीं होते है।
• उपाय से संबन्धित जानकारी पूर्णतः गोपनीय रखनी चाहिये।
• व्यक्ति को सतत यहि श्रद्धा व विश्वास रखना चाहिये कि उसकी कामनाये शीघ्र पूर्ण होगी।
• कन्या को मासिक धर्म के समय कोई भी उपाय नहीं करना चाहिये।
• उपाय के दौरान सात्विक भोजन ग्रहण करें। मांस मदिरा इत्यादी से परहेज करें।
• उपाय के दौरान संयम का पालन करें। ……………..>>
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