रोगों से मुक्ति उपाय, विपत्ति नाश टोटके, दुखों से मुक्ति हेतु टोटका, परिवारीक सुख समृद्धि प्रतिकार, सुंदरता उपाय, Remedy for Diseases destroy Totkae destroy evil, remedy for family happiness prosperity, Measures, Totkae,Solution, Remedy, Remedy, Rmady, upay, दुर्गा देवी पूजन-सुख प्राप्ति, दूर्गा देवि पुजन-सुख प्राप्ति, દુર્ગા દેવી પૂજન-સુખ પ્રાપ્તિ, દૂર્ગા દેવિ પુજન-સુખ પ્રાપ્તિ, ದುರ್ಗಾ ದೇವೀ ಪೂಜನ-ಸುಖ ಪ್ರಾಪ್ತಿ, ದೂರ್ಗಾ ದೇವಿ ಪುಜನ-ಸುಖ ಪ್ರಾಪ್ತಿ, துர்கா தேவீ பூஜந-ஸுக ப்ராப்தி, தூர்கா தேவி புஜந-ஸுக ப்ராப்தி, దుర్గా దేవీ పూజన-సుఖ ప్రాప్తి, దూర్గా దేవి పుజన-సుఖ ప్రాప్తి, ദുര്ഗാ ദേവീ പൂജന-സുഖ പ്രാപ്തി, ദൂര്ഗാ ദേവി പുജന-സുഖ പ്രാപ്തി, ਦੁਰ੍ਗਾ ਦੇਵੀ ਪੂਜਨ-ਸੁਖ ਪ੍ਰਾਪ੍ਤਿ, ਦੂਰ੍ਗਾ ਦੇਵਿ ਪੁਜਨ-ਸੁਖ ਪ੍ਰਾਪ੍ਤਿ, দুর্গা দেৱী পূজন-সুখ প্রাপ্তি, দূর্গা দেৱি পুজন-সুখ প্রাপ্তি, ଦୁର୍ଗା ଦେବୀ ପୂଜନ-ସୁଖ ପ୍ରାପ୍ତି, ଦୂର୍ଗା ଦେବି ପୁଜନ-ସୁଖ ପ୍ରାପ୍ତି, durga devi pujan-sukh prapti, durga devi pujan-sukh prapti, चैत्र नवरात्र व्रत लाभ, चैत्र नबरात्र व्रत लाभ,चैत्र नवरात्री-2011, चैत्र नबरात्री, चैत्र नवरात्रि, नबरात्रि,
चैत्र नवरात्र में देवी आराधना से सुख प्राप्ति
लेख साभार: गुरुत्व ज्योतिष पत्रिका (अप्रैल-2011)
देवी भागवत के आठवें स्कंध में देवी उपासना का विस्तार से वर्णन है। देवी का पूजन-अर्चन-उपासना-साधना इत्यादि के पश्चयात दान देने पर लोक और परलोक दोनों सुख देने वाले होते हैं।
• प्रतिपदा तिथि के दिन देवी का षोडशेपचार से पूजन करके नैवेद्य के रूप में देवी को गाय का घृत (घी) अर्पण करना चाहिए। मां को चरणों चढ़ाये गये घृत को ब्राम्हणों में बांटने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
• द्वितीया तिथि के दिन देवी को चीनी का भोग लगाकर दान करना चाहिए। चीनी का भोग लागाने से व्यक्ति दीर्घजीवी होता हैं।
• तृतीया तिथि के दिन देवी को दूध का भोग लगाकर दान करना चाहिए। दूध का भोग लागाने से व्यक्ति को दुखों से मुक्ति मिलती हैं।
• चतुर्थी तिथि के दिन देवी को मालपुआ भोग लगाकर दान करना चाहिए। मालपुए का भोग लागाने से व्यक्ति कि विपत्ति का नाश होता हैं।
• पंचमी तिथि के दिन देवी को केले का भोग लगाकर दान करना चाहिए। केले का भोग लागाने से व्यक्ति कि बुद्धि, विवेक का विकास होता हैं। व्यक्ति के परिवारीकसुख समृद्धि में वृद्धि होती हैं।
• षष्ठी तिथि के दिन देवी को मधु (शहद, महु, मध) का भोग लगाकर दान करना चाहिए। मधु का भोग लागाने से व्यक्ति को सुंदर स्वरूप कि प्राप्ति होती हैं।
• सप्तमी तिथि के दिन देवी को गुड़ का भोग लगाकर दान करना चाहिए। गुड़ का भोग लागाने से व्यक्ति के समस्त शोक दूर होते हैं।
• अष्टमी तिथि के दिन देवी को श्रीफल (नारियल) का भोग लगाकर दान करना चाहिए। गुड़ का भोग लागाने से व्यक्ति के संताप दूर होते हैं।
नवमी तिथि के दिन देवी को धान के लावे का भोग लगाकर दान करना चाहिए। धान के लावे का भोग लागाने से व्यक्ति के लोक और परलोक का सुख प्राप्त होता हैं।
sapne mein bell ko dekhna fir haathiyo ke bachhe ko chote bachhe me badlte dekhne ka matlab kiya hai
जवाब देंहटाएं