हस्त रेखा एवं रोग (भाग:3)
- यदि दोनों हाथों में शनि पर्वत पर नक्षत्र जेसा चिह्न हों।
- शनि पर्वत पर क्रॉस का चिह्न हों।
- चंद्र पर्वत पर जालीदार रेखाएं हों।
- नखों की आकार त्रिकोण जेसा प्रतित होरहा हों।
- दोनों हाथों में आयु रेखा के अंत में नक्षत्र जेसा चिह्न या भाग्य रेखा के अंत में शनि पर्वत पर नक्षत्र जेसा चिह्न हों।
- मस्तक रेखा में से कोई रेखा निकलकर शनि पर्वत तक जाती हों या वहां तीन शाखा वाली रेखा हों।
- या तीन टुकड़ों में शुक्र मुद्रा हों।
- मस्तक रेखा में शनि या सूर्य पर्वत के नीचे यव का चिह्न हों।
- नाखून टुकडो में बटे हुवे दिखाई देतो हों।
- उपरोक्त लक्षण में से यदि एक भी लक्षण व्यक्ति के हाथ में दिखाई दे, तो व्यक्ति को लकवा रोग पीड़ित होने कि संभावनाएं अधिक होजाती हैं।
नोट:- उपरोक्त सभी वर्णन पूर्णतः सिद्धान्तों पर आधारित हैं। उपरोक्त लक्षण यदि व्यक्ति कि हथेली में हो, तो उसके सूक्ष्म परीक्षण से व्यक्ति के शरीर में पीड़ा देने वाली परेशानी या भविष्य में होने वाली बीमारी का पता लगाया जा सकता हैं। इस परीक्षण कि सार्थकरा परीक्षण करने वाले के विद्वान के ज्ञान एवं अनुभव पर निर्भर करता हैं।
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