श्री राम के सिद्ध मंत्र भाग: २
साभार:- श्री रामचरित मानस नजर झाड़ने हेतु
मंत्र :-
स्याम गौर सुंदर दोउ जोरी।
निरखहिं छबि जननीं तृन तोरी॥
विष प्रभाव नाश हेतु
मंत्र :-
नाम प्रभाउ जान सिव नीको।
कालकूट फलु दीन्ह अमी को॥
चिन्ता निवारण हेतु
मंत्र :-
जय रघुवंश बनज बन भानू।
गहन दनुज कुल दहन कृशानू॥
मस्तिष्क पीड़ा निवारण हेतु
मंत्र :-
हनूमान अंगद रन गाजे।
हाँक सुनत रजनीचर भाजे॥
रोगों निवारण एवं उपद्रव शांति हेतु
मंत्र :-
दैहिक दैविक भौतिक तापा।
राम राज काहूहिं नहि ब्यापा॥
अकाल मृत्यु भय निवारण हेतु
मंत्र :-
नाम पाहरु दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहि बाट॥
दरिद्रता निवारण हेतु
मंत्र :-
अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के।
कामद धन दारिद दवारि के॥
आवश्यक्ता के अनुशार उपरोक्त मंत्र का नियमित जाप करने से लाभ प्ताप्त होता हैं।
श्री रामचरित मानस मे गहरी आस्था रखने वाले व्यक्ति को विशेष एवं शीघ्र लाभ प्राप्त होता हैं।
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