दिन-रात से व्यक्तित्व
दिन और रात में जन्म समय का व्यक्तित्व पर प्रभावज्योतिष सिद्धांत के अनुसार दिन और रात में जन्म लेने वाले व्यक्ति का स्वभाव और प्रकृति पर भिन्न-भिन्न होती हैं। क्योकि दिन के समय सूर्य देव अपनी किरणों के साथ धरती को अपने तेज से रौशन करते हैं एवं रात्रि के समय चन्द्रमा की शीतल चम-चमाती रोशनी अंधेरे को दूर जहाको रौशन करती हैं।
दिन में जन्म
ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार जिस व्यक्ति का जन्म दिन के समय होता हैं, उस व्यक्ति का स्वभाव और व्यवहार धार्मिक, ईश्वर में पूर्ण आस्था और विश्वास रखने वाला होता हैं। सामाजिक कार्यों में भाग लेने वाला पुण्यात्मा होते हैं। व्यक्ति अपने जीवन में हर प्रकार के भौतिक सुख-सुविधा को प्राप्त करने की इच्छा रखता हैं, उसे प्राप्त करने के लिये हमेसां प्रयास रत रेहता हैं। मित्र वर्ग मे बहोत लोकप्रिय होते हैं, और मानसिक एवं बौधिक क्षमता उच्च कोटि की होती हैं। शारीर की बनावट आकर्षक और रंग उजवल एवं सुंदर होता हैं।
रात में जन्म
ज्योतिष सिद्धांत के अनुसार जिस व्यक्ति का जन्म रात के समय होता हैं, उस व्यक्ति का स्वभाव और व्यवहार से कम बोलेने वाले होते हैं, यानी चुप रहना पसंद करते हैं। व्यक्ति थोडे कामी होते हैं, विपरीत लिंग के प्रति अधिक झुकाव होता है। व्यक्ति चालाक और अपना मतलब निकालने में निपुण होते हैं। शारीरिक कष्ट के कारण इन्हें अनावश्यक परेशान रहना पड़ता हैं। व्यक्ति का व्यवहार कभि छुप छुपाकर कार्य मे मसगुल रेहने वाले, एवं अपने भितर की बाते सरलता से किसी को नहीं बताने वाले होते हैं।
नोट: व्यक्ति के स्वभाव पर केवल दिन-रात का प्रभाव नहीं होता हैं। व्यक्ति के स्वभाव के लिये व्यक्ति की राशि, ग्रह, नक्षत्र, इत्यादि का प्रभाव भी देखा जाना चाहिये हैं।
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