नये कपडे और ज्योतिष (भाग : २)
चित्रा (स्वामी-मंगल):
चित्रा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से रिश्तेदार या मित्र वर्ग से अन्य कपड़े उपहार में मिलते हैं।
स्वाती (स्वामी-राहू):
स्वाती नक्षत्र में नए कपड़े पहने से मित्र वर्ग द्वारा उत्तम उपहार की प्राप्ति होती हैं।
विशाखा (स्वामी-गुरू):
विशाखा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से रिश्तेदार एवं मित्र वर्ग द्वारा प्रसिद्धि के योग प्रबल होते हैं।
अनुराधा (स्वामी-शनि):
अनुराधा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से नये दोस्त एवं सहकर्मी सें लाभ प्राप्त होता हैं।
ज्येष्ठा (स्वामी-बुध):
ज्येष्ठा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से किसी भी स्त्रोत से उत्तम धन की प्राप्ति होती हैं।
मूला (स्वामी-केतु):
मूला नक्षत्र में नए कपड़े पहने से बचे चाहिये इस नक्षत्र में नए कपड़े पहने से कपड़ो का विनाश शीघ्र हो जाता हैं।
पूर्वाषाढ़ा (स्वामी-शुक्र):
पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से बचना चाहिये इस नक्षत्र में नए कपड़े पहने से स्वास्थ्य समस्या होकर रोग उत्पन्न होते हैं।
उत्तराषाढ़ा (स्वामी-सूर्य):
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से सबके साथ मे अच्छे सम्बन्ध विकसित होते हैं।
श्रवण (स्वामी-चंद्रमा):
श्रवण नक्षत्र में नए कपड़े पहने से बचे इस नक्षत्र में नए कपड़े पहने से आंखो से संबंधित समस्या उत्पन्न होती हैं।
धनिष्ठा (स्वामी-मंगल):
धनिष्ठा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से नौकरी व्यवसाय में नये आय के स्त्रोत का योग बनते हैं।
शतभिषा (स्वामी-राहू):
शतभिषा नक्षत्र में नए कपड़े पहने से बचे क्योकि इस्स नक्षत्र में नए कपड़े पहने से विष या किसी जिव जंतु के काटने का भय रेहता हैं।
पूर्वा भाद्रपद (स्वामी-गुरू):
पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में नए कपड़े पहने से बचना चाहिये ये इस नक्षत्र में नए कपड़े पहने से स्वयं के लिये हानिकारक होता हैं।
उत्तर भाद्रपद (स्वामी-शनि):
उत्तर भाद्रपद मे यदि आपका जन्म हुवा हैं तो आपकी संतान को इस नक्षत्र में नए कपड़े नहीं पहना ने चाहिये नहीं तो उनके लिये हानिकारक हैं।
रेवती (स्वामी-बुध):
रवती नक्षत्र में नए कपड़े पहने से एकाधिक स्त्रोत से धन लाभ प्राप्त होता हैं।
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