Bhavan Nirman aur Gao Seva Bhag:2 , Bhavan Nirmaan or Gou Seva Part:2, Bhag:2
भवन निर्माण और गौ सेवा (भाग:२)
जिस घर में नियमित गौ सेवा होती हैं उस घर सें सर्व प्रकार की बाधाओं और विघ्नों का स्वतः निवारण होता रहता हैं।
विष्णु पुराण में उल्लेखित हैं जब भगवान कृष्ण पूतना के दुग्धपान से डर गएथे तो नंद दंपती ने गाय की पूंछ को घुमाकर कृष्ण की नजर उतार कर उनके भय का निवारण कियाथा।
हमारे प्राचिन पुराणों में उल्लेख किया गया है कि कभी भी गाय को लांघकर नहीं जाना चाहिए।
किसी भी महत्व पूर्ण कार्य के लिए जाते समय गाय के रंभाने की ध्वनि कान में पड़ना अत्यंत शुभदायक होता हैं।
संतान प्राप्ति हेतु घर में गाय की प्रतिदिन सेवा सरने से लाभ प्राप्त होता हैं।
शिवपुराण एंव स्कंदपुराण में वर्णन किया गया हैं कि गो सेवा और गोदान से व्यक्ति को असुरी शक्ति या यम का भय नहीं रहता।
गरुड़पुराण और पद्मपुराण में उल्लेख हैं, गाय के पैर की धूल समस्त पापो का विनाश करने मे समर्थ हैं।
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